बोले- 4 साल की बच्ची को ले जाना पड़ा हॉस्पिटल, बुजुर्गों को होने लगी दमे की बीमारी
उदयपुर में बलीचा स्थित नगर निगम के डम्पिंग यार्ड से कचरा जलने के कारण उठने वाले धुएं से पास की कॉलोनी के लोगों का दम घुटने लगा है। दक्षिण विस्तार योजना पंडित दीनदयाल नगर से महज 150 मीटर दूरी पर यह डम्पिंग यार्ड है, जहां पूरे शहर और बड़े होटल्स का कचरा फेंका जाता था। कचरा जब जलता है तो धुएं के गुबार में पूरी कॉलोनी डूब जाती है। धुआं बढ़ता देख लोग अपने घरों के दरवाजे-खिड़की बंद कर खुद को कैद कर लेते हैं। बच्चे और बुजुर्गों को सांस लेने में तकलीफ होने लगी है। क्षेत्रवासी कई बार नगर निगम कमिश्नर और कलेक्टर को शिकायत कर चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
दमे की बीमारी की चपेट में आ रहे बुजुर्ग
क्षेत्रवासी पूरण सिंह ने बताया कि धुएं से उनकी 4 साल की बच्ची को एक दिन इतनी खांसी होने लगी कि रात को तुरंत हॉस्पिटल लेकर जाना पड़ा। उन्होंने बताया कि बच्चों को सांस लेने में दिक्कत महसूस होती है। कुछ समय बाद यहां के लोग गंभीर बीमारी की चपेट में आ जाएंगे।
क्षेत्रवासी रमेश मीणा ने बताया कि मैं गांव से मेरे बुजुर्ग माता-पिता को यहां रखने लाया था लेकिन रोज धुएं की वजह से उनको दमे की बीमारी हो गई। इसलिए उन्हें वापस गांव भेजना पड़ा। मैं चाहकर भी अपने माता-पिता को साथ नहीं रख पा रहा। क्षेत्रवासी भरत बेदी का कहना है कि धुएं की वजह से उनकी 75 साल की माता को सांस लेने में तकलीफ होती है उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है।