3 अप्रैल के बाद बड़े नेताओं के छत्तीसगढ़ आने का सिलसिला होगा शुरू; राहुल भी आएंगे
छत्तीसगढ़ के लोकसभा चुनाव में होली की खुमारी खत्म होने जा रही है। प्रचार के अभियान में नई तेजी आने वाली है। राजनीतिक दलों के बड़े नेता जल्द ही छत्तीसगढ़ पहुंचने वाले हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा का आयोजन भी छत्तीसगढ़ में किया जाएगा। चुनाव प्रचार के लिए राहुल गांधी के भी छत्तीसगढ़ आने की खबरें हैं।
जानकारी के मुताबिक, भाजपा ने अपने बड़े नेताओं के नाम तय कर लिए हैं, जिनका दौरा छत्तीसगढ़ में हो सकता है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक 3 अप्रैल के बाद इन बड़े नेताओं के शेड्यूल जारी हो सकते हैं। इसके बाद बैक टू बैक सभाओं का सिलसिला शुरू हो जाएगा। भारतीय जनता पार्टी जिन्हें छत्तीसगढ़ लाने की तैयारी कर रही है, उनमें सबसे पहला नाम देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है। इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भी छत्तीसगढ़ लाने की तैयारी है।
इन सीटों पर कांटे की टक्कर
पिछले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 9 सीटें जीती थीं। कांग्रेस के पास बस्तर और कोरबा की सीट रही। इन दो सीटों पर फिर से कब्जा जमाने की कोशिश में कांग्रेस है, मगर इस बार सबसे अधिक चर्चा में राजनांदगांव सीट है, क्योंकि यहां से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को कांग्रेस चुनाव लड़वा रही है। वहीं बस्तर से कवासी लखमा को टिकट दिया गया है, जबकि यहां वर्तमान में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज सांसद हैं।
भारतीय जनता पार्टी का लक्ष्य 11 की 11 सीटें हासिल करना है। हर विधानसभा क्षेत्र में हो रहे चुनाव प्रचार में मुख्य चेहरा पीएम नरेंद्र मोदी हैं, ताकि देशभर में बन रहे माहौल का फायदा छत्तीसगढ़ की 11 सीटों पर भी हो सके। प्रदेश सरकार ने आचार संहिता से पहले कई बड़े चुनावी वादे पूरे किए, जिनमें महतारी वंदन योजना, किसानों को बोनस, समर्थन मूल्य की बची हुई राशि जारी करना शामिल है। इन कार्यों से छत्तीसगढ़ के वोटर के मन में कमल खिलाने की कोशिश भाजपा कर रही है।
कांग्रेस भी छत्तीसगढ़ की 11 की 11 लोकसभा सीटें जीतने की दिशा में अपनी ताकत लगाए हुए है। हालांकि नामांकन की तारीखें आने के बाद भी 4 सीटों पर प्रत्याशी का ऐलान कांग्रेस नहीं कर सकी है। कांग्रेस से भी बड़े नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए छत्तीसगढ़ आ सकते हैं। अप्रैल के दूसरे सप्ताह के आसपास कांग्रेस के नेताओं का भी छत्तीसगढ़ शेड्यूल जारी हो सकता है।