ये ₹86,271 प्रति किलो बिक रही, 10 ग्राम सोना ₹51 सस्ता होकर ₹73,387 का हुआ
सोने में आज यानी 17 मई को गिरावट और चांदी में बढ़त देखने को मिल रही है। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) की वेबसाइट के मुताबिक, कारोबार के दौरान 10 ग्राम सोना 51 रुपए सस्ता होकर 73,387 रुपए का हो गया। वहीं चांदी ने आज अपना नया ऑल टाइम हाई बनाया है। ये 41 रुपए महंगी होकर 86,271 रुपए प्रति किलो ग्राम पर पहुंच गई। वहीं सोने का ऑल टाइम हाई 73,596 रुपए का है, जो उसने बीते महीने 19 अप्रैल को बनाया था।
इस साल सोने-चांदी में दिखी शानदार तेजी
IBJA के अनुसार इस साल अब तक सोने के दाम 10,035 रुपए बढ़ चुके हैं। 1 जनवरी को सोना 63,352 रुपए पर था, जो अब 73,387 रुपए प्रति 10 ग्राम पहुंच गया है। वहीं एक किलो चांदी के दाम 73,395 रुपए से बढ़कर 86,271 रुपए पर पहुंच गए हैं।
अगले एक साल में 85 हजार तक जा सकता है सोना
एक्सपर्ट्स के अनुसार, आने वाले दिनों में भी सोने और चांदी में बढ़त देखने को मिल सकती है। अगले एक साल में सोने के दाम 80 हजार से 85 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है। वहीं चांदी भी 1 लाख रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकती है।
कीमत क्रॉस चेक करें
सोने का सही वजन और खरीदने के दिन उसकी कीमत कई सोर्सेज (जैसे इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन की वेबसाइट) से क्रॉस चेक करें। सोने का भाव 24 कैरेट, 22 कैरेट और 18 कैरेट के हिसाब से अलग-अलग होता है।
24 कैरेट सोने को सबसे शुद्ध सोना माना गया है, लेकिन इसकी ज्वेलरी नहीं बनती, क्योंकि वो बेहद मुलायम होता है। आमतौर पर ज्वेलरी के लिए 22 कैरेट या इससे कम कैरेट सोने का इस्तेमाल किया जाता है। कैरेट के हिसाब से ऐसे चेक करें कीमत: मान लीजिए 24 कैरेट सोने का दाम 70 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम है। यानी एक ग्राम सोने की कीमत हुई 7000 रुपए। ऐसे में 1 कैरेट शुद्धता वाले 1 ग्राम सोने की कीमत हुई 7000/24 यानी 291 रुपए। अब मान लीजिए आपकी ज्वेलरी 18 कैरेट शुद्ध सोने से बनी है तो 18×291 यानी इसकी कीमत 5,283 रुपए प्रति ग्राम हुई। अब आपकी ज्वेलरी जितने भी ग्राम की है उसमें 5,283 रुपए का गुणा करके सोने की सही कीमत निकाली जा सकती है।
रीसेलिंग पॉलिसी जान लें
कई लोग सोने को निवेश की तरह देखते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आपको सोने की रीसेल वैल्यू के बारे में पूरी जानकारी हो। साथ ही संबंधित ज्वेलर की बायबैक पॉलिसी पर भी स्टोर कर्मचारियों से बातचीत कर लें।