जगदीश मंदिर में नंद उत्सव की तैयारियां, फिर होगा ढाड़ा ढाड़िन नृत्य
भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के तहत आज दूसरे दिन भी कई आयोजन होंगे। उदयपुर शहर के जगदीश मंदिर में जहां नंद महोत्सव की तैयारियां चल रही है वहीं शाम को अस्थल मंदिर में जन्माष्टमी मनाई जाएगी। इससे पहले देर रात तक जगदीश मंदिर में भक्तों ने भगवान के दर्शन कर जयकारा लगाया। जगदीश चौक स्थित जगदीश मंदिर में अभी नंदोत्सव की तैयारियां चल रही है। मेवाड़ की परंपरा के अनुसार बधावे (बधाई गान) गाएंगे और ढाड़ा ढाड़िन नृत्य करेंगे। तीन घंटे के इस उत्सव को 8-10 पुरुष कीर्तनकार रंगत देंगे। दोपहर तीन बजे बाद शुरू होने वाले कार्यक्रम में टोली बधावे गाकर नंद बाबा को बधाइयां देगी। नंद बाबा उपहार बांटेंगे। इससे पहले जगदीश मंदिर में रात 12:30 बजे भगवान के जन्म के समय मंत्रोच्चार के साथ स्तुति गान हुआ । चौक में आतिशबाजी हुई और बंदूक से सलामी दी गई।
सूरजपोल स्थित अस्थल आश्रम में आज रात 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाएंगे। इसकी तैयारियों के तहत मंदिर में सजावट व विद्युत सज्जा की जा रही है। साथ ही विभिन्न झांकियां भी सजाई जा रही हैं। महंत रासबिहारी शरण शास्त्री ने बताया कि 28 अगस्त को नंदोत्सव मनाया जाएगा।
इस्कॉन मे नन्द के आनन्द भयो जय कन्हैया लाल की
गंगूकुण्ड स्थित इस्कॉन मन्दिर मे धूमधाम से नन्दोत्सव मनाया सभी भक्तो ने नन्द के आनन्द भयो जय कन्हैयालाल की, हरे कृष्ण हरे राम के जयकारे के साथ उछल उछल कर नाचते हुए एक-दूसरे को बधाई दी। इस्कॉन संस्थापक आचार्य श्रील प्रभुपाद के 128 वें आविर्भाव दिवस को जन्म महोत्सव के रूप मे मनाया। अध्यक्ष मायापुर वासी दास ने बताया कि इस अवसर पर वैष्णव ब्रह्मचारी तथा भक्तो ने प्रभुपाद का पंचामृत गंगाजल तथा फूलो से महाअभिषेक किया। इससे पूर्व दिल्ली के असित प्रभु ने कृष्ण जन्म तथा नन्दोत्सव का मनोविनोद के साथ सुन्दर चित्रण किया।