सिकंदराबाद-शालीमार एक्सप्रेस के 3 डिब्बे पटरी से उतरे, कोई घायल नहीं
पश्चिम बंगाल के हावड़ा में ट्रेन हादसा हो गया। सिंकदराबाद-शालीमार एक्सप्रेस के 3 डिब्बे पटरी से उतर गए हैं। हालांकि इस घटना में किसी को गंभीर चोट नहीं आई है। रेलवे के मुताबिक, हादसा शनिवार सुबह करीब 5.30 बजे कोलकाता से 40 किलोमीटर दूर नालपुर में हुआ। अधिकारियों ने बताया कि 22850 सिकंदराबाद शालीमार एक्सप्रेस हफ्ते में एक दिन चलती है। ट्रेन जब खड़गपुर डिवीजन के नालपुर स्टेशन से गुजर रही थी, तभी डिब्बे पटरी से उतर गए। इसमें एक डिब्बा पार्सल वैन का है, वहीं दो पैसेंजर कोच हैं।
तमिलनाडु में 10 अक्टूबर को मैसूर-दरभंगा बागमती एक्सप्रेस (12578) मालगाड़ी से टकरा गई थी। ये हादसा रात 8.30 बजे कवराईपेट्टई रेलवे स्टेशन के पास हुआ था। 19 लोग घायल हुए थे। घटनास्थल की चेन्नई से दूरी 41 किमी थी। ट्रेन में कुल 1360 पैसेंजर्स थे। दरअसल पोन्नेरी स्टेशन क्रॉस करने के बाद बागमती एक्सप्रेस को मेन लाइन पर चलने का ग्रीन सिग्नल मिला। कवराईपेट्टई रेलवे स्टेशन में पहुंचने से पहले लोको पायलट और ट्रेन क्रू को जोरदार झटका लगा। झटके के बाद ट्रेन मेन लाइन छोड़कर लूपलाइन में चली गई। यहां पहले से एक मालगाड़ी खड़ी थी। बागमती एक्सप्रेस इससे टकरा गई।
यूपी के गोंडा में 18 जुलाई की दोपहर 2:37 बजे चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस की 21 बोगियां पटरी से उतर गईं थीं। इनमें AC की 5 बोगियां थीं। 3 बोगियां पलटी खा गईं। हादसे में 3 यात्रियों की मौत हो गई थी 25 घायल हुए थे। वहीं, 2 यात्रियों के पैर कट गए थे। ज्यादातर घायल यात्री AC कोच के थे। हादसे के बाद यात्री खिड़की के कांच तोड़कर बाहर कूदे। ट्रेन (15904) चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जा रही थी। हादसा झिलाही रेलवे स्टेशन के बीच गोसाई डिहवा में हुआ था।
उत्तर प्रदेश के कानपुर में साबरमती एक्सप्रेस (19168) पटरी से उतर गई थी। 22 डिब्बे डिरेल हुए थे। ट्रेन वाराणसी से अहमदाबाद जा रही थी। गनीमत रही कि हादसे में किसी की जान नहीं गई। कुछ यात्रियों को चोट लगी। हादसा देर रात 2.35 बजे कानपुर शहर से 11 किमी दूर भीमसेन और गोविंदपुरी स्टेशन के बीच हुआ था। हादसे के वक्त ट्रेन की स्पीड 70 से 80 के बीच थी। एक पहिया उतरते ही प्रेशर कम हुआ। ड्राइवर ने वक्त रहते इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए, जिस वजह से बड़ा हादसा होने से बच गया था।