बाबूलाल खराड़ी बोले- पर्यावरण संरक्षण की दिशा में पिपलांत्री मॉडल एक मिसाल
जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री बाबूलाल खराड़ी आज राजसमंद के पिपलांत्री गांव के दौरे पर रहे। उन्होंने यहां पिपलांत्री में नर्सरी का अवलोकन किया। साथ ही अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के ग्राम विकास कार्यकर्ता प्रशिक्षण वर्ग में शिरकत की। इस अवसर पर पूर्व विधायक बंशी लाल खटीक, भाजपा जिला अध्यक्ष मान सिंह बारहठ, पद्मश्री श्याम सुंदर पालीवाल स्थानीय सरपंच अनिता पालीवाल सहित ग्रामवासी उपस्थित थे। पद्मश्री श्याम सुन्दर पालीवाल ने बताया कि यह गांव अपनी अनूठी पहल (कन्या जन्मोत्सव) के लिए प्रसिद्ध है। इस पहल के तहत गांव में हर लड़की के जन्म पर 111 पेड़ लगाए जाते हैं, जिससे पर्यावरण संरक्षण और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलता है।
खराड़ी ने पिपलांत्री गांव में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में किए गए विविध कार्यों की सराहना करते हुए इसे पूरे देश के लिए एक अनुकरणीय मॉडल बताया। उन्होंने कहा कि पिपलांत्री मॉडल पर्यावरण संरक्षण और महिला सशक्तिकरण का एक अद्वितीय उदाहरण है।
मंत्री खराड़ी ने डीएमएफटी योजनान्तर्गत भील बस्ती काना का तालाब ग्राम मोरवड़ में ट्यूबवेल मोटर पाईप लाईन, पानी की टंकी निर्माण कार्य एवं भीलवाती माण्डा का क्यारा ग्राम मोरवड़ में ट्यूबवेल मोटर पाईप लाईन पानी की टंकी निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हर क्षेत्र में अधिकतम विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने अपने संबोधन में कहा कि हमारी पृथ्वी को स्वस्थ और हरित बनाए रखने के लिए पौधारोपण अत्यंत महत्वपूर्ण है। पेड़ हमारे पर्यावरण के संरक्षक होते हैं, जो न केवल ऑक्सीजन प्रदान करते हैं, बल्कि वायुमंडल से कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित कर ग्लोबल वार्मिंग को कम करने में भी मदद करते हैं। उन्होंने आमजन से अपील कर कहा कि अपने आसपास के क्षेत्रों में पौधा रोपण अभियान में सक्रिय भाग लें।