सचिन पायलट बोले- दिलावर का बयान अशोभनीय, आचार संहिता में धमकियां नहीं देनी चाहिए
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा- पेपरलीक जैसे गंभीर मुद्दे पर अगर हम जड़ तक पहुंचकर बड़े लोगों को एक्सपोज करते है तो उसका मैं हमेशा से स्वागत करता रहा हूं। लेकिन भाजपा सरकार को प्रतिशोध और बदले की भावना से काम नहीं करना चाहिए।
उन्होंने शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि यह बड़ा अशोभनीय है। इस प्रकार की धमकियां देना, जब आचार संहिता लगी हुई है।
बुधवार को बाड़मेर में होटल कैलाश इंटरनेशनल में सुबह साढ़े 9 बजे मीडिया कर्मियों से बातचीत में सचिन पायलट ने यह बात कहीं। उन्होंने शिक्षा मंत्री के लिए कहा कि एक जिम्मेदार पद पर बैठे व्यक्ति को ऐसा नहीं करना चाहिए।
बीजेपी का दावा और जमीनी हकीकत दोनों अलग
दो दिवसीय दौरे पर बाड़मेर आए पूर्व डिप्टी सीएम कांग्रेस प्रत्याशी उम्मेदाराम बेनीवाल की नामांकन सभा व रैली में भी शामिल हुए। पायलट ने बीजेपी के 400 पार के नारे पर भी पलटवार किया। उन्होंने कहा कि बीजेपी को अपने पर इतना विश्वास होता तो विपक्ष के नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल नहीं करते। विशेष रूप से कांग्रेस के लोगों को अपने दल में ले रहे है। उससे लगता है कि उनको अपने पर विश्वास नहीं है। प्रचार, दावे करना एक होता है, जमीनी हकीकत दूसरी होती है। राजस्थान में मैं जानता हूं कि इस बार माहौल ऐसा है कि लगातार लोग कांग्रेस से जुड़ रहे है।
केंद्र के खिलाफ जो आवाज़ बुलंद करेगा, उसे कुचलने का काम करेंगे
पायलट ने कहा कि भारत सरकार की तमाम एजेंसियां का धड़ल्लें से दुरुपयोग हो रहा है, इनमें इनकम टैक्स, ईडी, सीबीआई और पुलिस या कोई भी हो। केंद्र सरकार के खिलाफ जो आवाज बुलंद करेगा, उसको कुचलने का काम करेगे। जैसे ही पाला बदलेगा, उस पर गंगाजल छिड़क कर पाक साफ कर दिया जाएगा। इस बात को जनता भी देख रही है। यह चुनाव बहुत ही महत्वपूर्ण है। आने वाले भविष्य के लिए प्रजातंत्र और गणतंत्र के लिए बहुत ही जरूरी है। इस बार व्यक्ति नहीं दल और पार्टी देखकर वोटर वोट करेंगे।
बीजेपी ने 10 साल में क्या किया, यह भी तो बताएं
पीएम नरेंद्र मोदी के आग वाले बयान के सवाल पर पायलट ने कहा कि आमतौर पर विपक्षी दल सत्ताधारी नेताओं पर आरोप लगाता है। मैंने पहली बार देखा है कि सत्ता में बैठे लोग नेहरू जी, मनमोहन सिंह जी पर आरोप लगा रहे है और पुराने इतिहास को खंगाल रहे है। इन्होंने अपने दस साल में क्या किया, यह बताएं।
इंडिया अलांयस मजबूत हो रहा है, एनडीए बिखरा
पायलट ने कहा- हम पर आरोप लगाते है परिवादवाद का, बीजेपी में मुख्यमंत्री के बच्चे सांसद या विधायक नहीं है क्या। रमनसिंह, वसुंधरा राजे सहित तमाम बीजेपी नेताओं के बेटे सांसद रहे है। बीजेपी की पार्टी के नेताओं के बच्चे, भतीजे राजनीति में चुनाव लड़ते है तो ठीक लगता है। एनडीए बिखर गया है और इंडिया अलांयस मजबूत हो रहा है उनके मन में डर पैदा हो गया है कि यह इंडिया गठबंधन की पार्टी का साल 2019 में वोट शेयर 65 प्रतिशत था। एनडीए को 35 प्रतिशत वोट मिले थे। यह तो आंकड़े है, इन्हें कोई झूठला नहीं सकता है। इस लिए ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे है। अलग-अलग बातें और दुष्प्रचार कर रहे है। दावे कर रहे है और मीडिया का दुरूपयोग हो रहा है। मैं मानता हूं कि जनता सब जानती है। इस देश का मतदाता बहुत ही समझदार है।