जीतन राम मांझी की मौकापरस्ती, कहा- श्रीराम की पूजा करने वालों का चरण स्पर्श
गया में बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी जय श्रीराम के जयकारा लगाते नजर आए। मीडिया ने जब उनसे पूछा कि आप तो श्रीराम का विरोध करते थे। लेकिन आपने तो आज भगवान श्रीराम के जयकारे भी लगाए। तो वो एक पल के लिए भड़क गए। मामला धर्म सभा भवन में भाजपा की ओर से आयोजित होली मिलन समारोह का है।
दरअसल, 2022 में हम सुप्रीमो जीतन राम मांझी ने भगवान श्रीराम को काल्पनिक बताया था। उन्होंने कहा था कि- ‘महाकाव्य रामायण के लेखक महर्षि वाल्मीकि राम से हजारों गुना बड़े थे।’ हालांकि, उन्होंने यह भी कहा था कि- ‘यह मेरा निजी विचार है और मैं किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहता।’ ‘रामायण की कहानी सत्य पर आधारित नहीं है।’ श्रीराम महापुरुष थे, वह इस बात को भी नहीं मानते। उन्होंने रामायण को काल्पनिक ग्रंथ बताया था।
इधर, मीडिया को उन्होंने बताया कि हमने कभी श्रीराम का विरोध नहीं किया है। यदि कोई ऐसा कहता है तो यह उसकी मूर्खता है। हमने तो कहा है कि रामायण में जो नीतियां लिखी गई हैं। वह भूत, वर्तमान और भविष्य के लिए कामयाब है। राम तो भगवान हैं। मेरा कुछ व्यक्तिगत मामला है। वह मसला अलग है। यह आस्था से जुड़ा मसला है।
जीतन राम मांझी ने कहा कि हम तो पुरुषोत्तम आत्मा की पूजा करने वालों का चरण स्पर्श कर रहे हैं। उनसे आशीर्वाद मांग रहे हैं। होली मिलन समारोह में सभी दलों के प्रतिनिधि नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे। सबने मिलकर एक दूसरे को रंग गुलाल लगाया और अबकी बार 400 के पार के संकल्प को दुहराया। बताते चलें कि एनडीए की ओर से हम को लोकसभा चुनाव में एक सीट गया दी गई है।