महाराष्ट्र-झारखंड में चुनाव तारीखों का ऐलान थोड़ी देर में, 13 राज्यों की 48 विधानसभा सीटों पर भी उपचुनाव संभव
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, ‘हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के सभी वोटर्स को चुनाव में सशक्त भागीदारी के लिए धन्यवाद। जम्मू-कश्मीर की अवाम ने जम्हूरियत के जश्न को ऐतिहासिक बना दिया है।’ महाराष्ट्र में एक और झारखंड में 5 फेज में वोटिंग की संभावना है। महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर 2024 को, वहीं झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2025 को खत्म हो रहा है।
झारखंड में फर्स्ट टाइम वोटर्स 11.84 लाख
राजीव कुमार ने बताया कि झारखंड में 24 जिले और 81 विधानसभा सीटें हैं। 5 जनवरी 2025 को टर्म पूरा हो रहा है। 2.6 करोड़ वोटर्स हैं। फर्स्ट टाइम वोटर्स 11.84 लाख हैं। 66.84 लाख वोटर्स हैं। पोलिंग स्टेशन एक लाख 186 पोलिंग स्टेशन हैं। इस बार भी हम पीडब्ल्यूडी और विमन मैनेज्ड बूथ बनाएंगे। 1.14 लाख वोटर्स 85 प्लस एज के हैं। पोलिंग स्टेशन 29 हजार 562 हैं। महाराष्ट्र में कुल वोटर्स 9.63 करोड़ वोटर्स हैं, जिनमें 4.97 करोड़ पुरुष और 4.66 करोड़ महिलाएं हैं। 20-29 साल के 1.85 करोड़ मतदाता हैं। 20.93 लाख मतदाता पहली बार वोट डालेंगे।
13 राज्यों की 48 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव
इसके अलावा 13 राज्यों की 48 विधानसभा सीटों पर भी उपचुनाव की घोषणा हो सकती है। इनमें उत्तर प्रदेश की 10, राजस्थान की 7, पश्चिम बंगाल की 6, असम की 5, बिहार की 4, पंजाब की 4, कर्नाटक की 3, केरल की 2, मध्य प्रदेश की 2, सिक्किम की 2, गुजरात की 1, उत्तराखंड की 1 और छत्तीसगढ़ की 1 विधानसभा सीटें शामिल हैं। महाराष्ट्र में महायुति यानी शिवसेना, भाजपा और NCP अजित पवार गुट की सरकार है। एंटी इनकम्बेंसी और 6 बड़ी पार्टियों के बीच बंटने वाले वोट को साधना पार्टी के लिए बड़ी चुनौती होगी।
2024 लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की 48 सीटों में INDIA गठबंधन को 30 और NDA को 17 सीटें मिलीं।। इनमें BJP को 9, शिवसेना को 7 और NCP को सिर्फ 1 सीट मिली। भाजपा को 23 सीटों का नुकसान हुआ। 2019 लोकसभा चुनाव से NDA को 41 सीटें मिली थीं। 2014 में यह आंकड़ा 42 था। यानी आधे से भी कम। 2024 लोकसभा चुनाव के हिसाब से भाजपा 60 सीटों के आसपास सिमट जाएगी। विपक्षी गठबंधन के एक सर्वे में राज्य की 288 सीटों पर MVA यानी महाविकास अघाड़ी को 160 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। भाजपा के लिए मराठा आंदोलन सबसे बड़ी चुनौती है। इसके अलावा शिवसेना और NCP में तोड़फोड़ के बाद उद्धव ठाकरे और शरद पवार के साथ लोगों की सिम्पैथी है।
झारखंड में महागठबंधन यानी झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेतृत्व वाली सरकार है। इसमें कांग्रेस, राजद और वाम दल शामिल हैं। भाजपा को झारखंड में सरकार बनाने के लिए संथाल परगना और कोल्हान प्रमंडल की 32 सीटों पर फोकस करना होगा।
संथाल परगना की 18 विधानसभा सीटों में से सिर्फ तीन सीटें अभी भाजपा के पास हैं। पिछले चुनाव में कोल्हान प्रमंडल की 14 विधानसभा सीटों पर तो भाजपा का खाता भी नहीं खुल पाया। जमशेदपुर पूर्वी से तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास को भी हार का सामना करना पड़ा।
जनवरी में भ्रष्टाचार के मामले में CM पद से इस्तीफा देकर हेमंत सोरेन को जेल जाना पड़ा। हालांकि, जमानत मिलने के बाद वे बाहर आए और चंपई सोरेन से 156 दिन में CM का पद वापस ले लिया। इसके बाद चंपई भाजपा में शामिल हो गए। झारखंड आंदोलन में शिबू सोरेन के साथी रहे चंपई को कोल्हान टाइगर भी कहा जाता है।
2024 चुनावी साल : लोकसभा सहित 6 राज्यों में चुनाव हुए
2024 में लोकसभा के साथ 4 राज्यों- आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में विधानसभा के चुनाव हुए। लोकसभा में भाजपा अकेले बहुमत का आंकड़ा तो पार नहीं कर पाई, लेकिन सहयोगियों के दम पर रिकॉर्ड लगातार तीसरी बार सरकार बनाई। मोदी पहले गैर कांग्रेसी चेहरे हुए जो तीसरी बार PM बने। वहीं, आंध्र प्रदेश में TDP के साथ भाजपा ने सरकार बनाई। चंद्रबाबू नायडू CM बने। ओडिशा में पहली बार भाजपा ने पूर्ण बहुमत के साथ मोहन चंद्र माझी के नेतृत्व में सरकार बनाई। अरुणाचल में भाजपा ने लगातार तिसरी बार सरकार बनाई। सिक्किम में सत्ताधारी सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (SKM) ने सरकार बनाई।