13 तक वाहनों की नो-एंट्री, जाम रोकने के लिए CM योगी ने दिए निर्देश, 52 नए अफसर तैनात
महाकुंभ का आज 30वां दिन है। 13 जनवरी से अब तक 44.74 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। 12 फरवरी को होने वाले माघ पूर्णिमा स्नान को लेकर प्रयागराज में नई ट्रैफिक व्यवस्था लागू की गई है। 10 फरवरी की रात 8 बजे से 13 फरवरी की सुबह 8 बजे तक मेले में कोई भी वाहन नहीं चलेगा। सिर्फ प्रशासनिक अधिकारियों की गाड़ी और स्वास्थ्य विभाग के वाहन चलेंगे।
CM योगी आदित्यनाथ ने सोमवार की शाम STF चीफ अमिताभ यश को विशेष विमान से प्रयागराज भेजा। 52 नए IAS , IPS और PCS अफसरों को तैनात किया गया है। सभी को तत्काल प्रयागराज पहुंचकर ड्यूटी जॉइन करने को कहा गया है। उन्होंने कहा- पार्किंग स्थल से मेला परिसर तक शटल बसों की संख्या बढ़ाई जाए। पार्किंग स्थलों का उचित प्रबंधन करें। प्रयागराज के किसी भी स्टेशन पर अत्यधिक भीड़ इकट्ठा न हो। मेला स्पेशल ट्रेनें और परिवहन निगम की अतिरिक्त बसें चलाई जाएं। हर श्रद्धालु को सुरक्षित उसके घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी हमारी है।
योगी ने सोमवार शाम को महाकुंभ को लेकर समीक्षा बैठक की। कहा- माघ पूर्णिमा पर ट्रैफिक और क्राउड मैनेजमेंट के नियम सख्ती से लागू करें। सड़कों पर वाहनों की कतार नहीं लगनी चाहिए, न ही जाम की स्थिति होनी चाहिए।
माघ पूर्णिमा स्नान को सकुशल कराने के लिए सीएम योगी ने STF चीफ अमिताभ यश को महाकुंभ भेजा है। सोमवार को अमिताभ यश विशेष विमान से प्रयागराज रवाना हो गए। 4 SP, 5 ASP और 15 DSP को भी भेजा गया है। 3 IAS और 25 PCS अधिकारियों को भी तत्काल वहां पहुंचकर व्यवस्था को संभालने के लिए कहा गया है। सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि बिना समय गंवाए तुरंत प्रयागराज पहुंचें। ये सभी अधिकारी 17 फरवरी तक प्रयागराज महाकुंभ में रहेंगे। सचिव आशीष कुमार गोयल के साथ मिलकर वहां की व्यवस्था को संभालेंगे। महाकुंभ पहुंचीं सोनल चौहान ने संगम में डुबकी लगाई। संगम में डुबकी लगाते हुए सोनल चौहान ने तस्वीरें साझा कीं।
प्रयागराज महाकुंभ आने वाले रास्तों पर पिछले 4 दिन 30 से 35 किमी तक जाम की स्थिति रही। अब ट्रैफिक सामान्य होने का दावा किया जा रहा है। DGP प्रशांत कुमार ने कहा, लगातार उमड़ रहे करोड़ों श्रद्धालुओं की वजह से ट्रैफिक में लोगों को देरी हो रही है। इसे प्रशासनिक असफलता नहीं माना जाना चाहिए। श्रद्धालुओं की असाधारण संख्या की वजह से ऐसा हो रहा है।
अब तक 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में पुण्य स्नान कर चुके हैं। हर दिन लाखों लोग प्रयागराज पहुंच रहे हैं। इस स्थिति में वाहनों और लोगों के आवाजाही को प्रबंधित करना किसी भी प्रशासन या पुलिस बल के लिए अब तक की सबसे कठिन चुनौती के रूप में सामने है। इन स्थितियों के बावजूद UP पुलिस के हर सिपाही से लेकर बड़े अफसर दिन रात परिश्रम कर रहे हैं। वे श्रद्धालुओं को मार्गदर्शन देने के साथ ही उनकी सुरक्षा का भी ध्यान रख रहे हैं। शहर को व्यवस्थित बनाए रखने में पुलिस अपनी पूरी ताकत झोंक रही है।
दुनिया में कहीं ऐसी मिसाल नहीं है कि किसी पुलिस बल ने इतनी विशाल संख्या में लोगों और वाहनों के आवागमन को इतनी दक्षता से प्रबंधित किया जा रहा हो। यह सिर्फ एक आयोजन का संचालन नहीं, बल्कि इतिहास रचने जैसा कार्य है।